Principal's Message
आधुनिक समाज में शैक्षिक परिवेष का यह दायित्व है कि समाज में व्याप्त समस्याओं जैसे- मानव मूल्यों का क्षरण, पाष्चात्य संस्कृति का आकर्षण और इन कारणों से बढ़ता अपराध और भ्रष्टाचार से समाज को मुक्त रखने के लिए आज के युवा वर्ग को इस प्रकार षिक्षित करना कि उनके लिए षिक्षा केवल आय का साधन न बन कर एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व के विकास में सहायक बने।
हमारी षिक्षा का उद्देष्य युवाओें को उपाधियों से विभूषित कर देना मात्र नहीं है बल्कि हमारा प्रयास है कि उन्हें पाठ्यक्रमीय षिक्षा के साथ एक ऐसी संस्कारित षिक्षा प्रदान करें जिससे वे एक विष्वसनीय जीव दर्षन एवं अन्याय मुक्त वातावरण का सृजन कर सके। वे एक ऐसे उत्तरदायी नागरिक बने जो देष के सामाजिक एवं आर्थिक पुनर्निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इसके लिए हम नवागत षिक्षार्थियों से यह अपेक्षा करेंगें कि वे षिक्षा ग्रहण करते हुए संस्था की गरिमा बनाये रखेंगे।
वर्तमान समय में हमारा यह दायित्व होगा कि युवाओं कि बदलती हुयी आकांक्षा तथा प्रतियोगिता की इस दौर में हम उन्हें ऐसा शैक्षिक वातावरण प्रदान करे जिससे छात्र-छात्राओं को अपने देष तथा संस्कृति से लगाव हो और वे अपने अतीत पर गर्व कर सकें। हमें प्रसन्नता है कि हमारे कुषल प्राध्यापकों के सान्निध्य में संस्थान के समस्त षिक्षार्थी अपने वांछित उद्देष्य को पूर्ण कर रहे हैं। इसके लिए समस्त महाविद्यालय परिवार बधाई के पात्र है।....
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